History of Jind

Pages:71-73
Neelam (Department of History, Singhania University Pacheri Beri, Jhunjunu, Rajasthan)

जीन्द नगर को पहले जयंतीपुरी के नाम से जाना जाता था। ऐसी मान्यता है कि इस नगर की खोज महाभारत काल में हुई। पुरानी कहावत के अनुसार पाण्डवों ने जयन्ती देवी के सम्मान में एक मन्दिर बनवाया। जयन्ती देवी का विजय की देवी माना गया। जिसमें सफलता के पूजा-प्रार्थना की उसके बाद कौरवों के साथ युद्ध शुरू किया। जिसका नाम जयन्तीपुरी था। जिसे बाद में जीन्द के नाम से जाना जाने लगा। जीन्दः- एक जनश्रुति के अनुसार जीन्द नगर का नाम जयन्तपुरी का अपभ्रंश हैं यहां नगर के बीच में जयन्ती देवी का मन्दिर भी है। नगर बहुत पहले एक तीर्थ का ही रूप था क्योंकि यहां की पांच कोस की परिधि में अनेको प्राचीन तीर्थ स्थान है। जीन्द में कुछ कोस पर रामह्रद तीर्थ स्थित है। इन सभी स्थलों पर हर मास कहीं न कहीं मेला या समारोह होता ही रहता है।

Description

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Neelam (Department of History, Singhania University Pacheri Beri, Jhunjunu, Rajasthan)