हरियाणा का लोक साहित्य व लोक गीत
Pages:271-273
संजीत (मनोहर मैमोरियल काॅलेज, फतेहाबाद, हरियाणा)
शब्द लेख सारः भारत की संस्कृति का उद्गम और नव आर्थिक चेतना का प्रतीक हरियाणा अपनी उदारता, शरणागत- वत्सलता और निर्मल साहित्य साधना के लिए विख्यात है। राजभाशा हिन्दी के अतिरिक्त हरियाणा अपनी प्रादेशिक भाशा बोली व संस्कृतिक गीतों के लिए विशेश रूप से प्रख्यात है। क्योंकि लोक साहित्य व संस्कृति अपने समाज की प्राण होती है और हरियाणा का लोक साहित्य व संस्कृति अत्यन्त समृद्ध है और इसकी लोक गीत विधा की अमिट छाप जनमानस पर स्पश्ट अभिलक्षित होती है।
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संजीत (मनोहर मैमोरियल काॅलेज, फतेहाबाद, हरियाणा)