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पंचायती राज में महिलाओ की भूमिका
Pages:84-85
पूनम जोगपाल (वैश्य काॅलेज, भिवानी, हरियाणा)
1. परम्परात स्थानीय संस्थाओ में महिलाओं को कोई विशेष महत्व स्थान प्राप्त नही था। ऐसे बहुत से कारण थे जिन्होने ग्रामीण महिलाओ को समाज में आगे आने से रोका तथा उन्हे समाज में उचित स्थान न मिल सका। यद्यपि आरक्षण के कारण महिलाआंे को पंचायतो के अवसर प्रदान करवाएं। परन्तु आज भी महिलाओं को अपनी आवाज उठाने के लिए अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। समस्या के समाधान के लिए जो अवसर प्राप्त होते है या निर्णय लेने के लिए जो क्षमता चाहिए इसके लिए उन्हे एक विशेष नेतृत्व व निर्देशन की आवश्यकता होती है। जिससे महिला प्रतिनिधियों को सामाजिक आर्थिक व प्रशासनिक कमियो को दूर करने में सहायता मिलेगी।
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Pages:84-85
पूनम जोगपाल (वैश्य काॅलेज, भिवानी, हरियाणा)