20वी शताब्दी में हिसार में शिक्षा का विकास

Pages: 186-192
दलीप कुमार (सहायक प्राध्यापक-इतिहास, एकलव्य विद्यापीठ महाविद्यालय, भादरा, हनुमानगढ, राजस्थान )

‘‘हिसार’’ अरबी भाषा का शब्द है; जिसका अर्थ है ‘किला’ जिस शहर को आज हिसार के नाम से जानते है, उसका वास्तविक नाम ‘हिसार-ए-फ़िरोज़ा’ अर्थात फ़िरोज़ का किला हिसार को फ़िरोज़शाह ने 1354 ई॰ में बसाया था।1 हिसार उत्तरी भारत का एक महत्त्वपूर्ण स्थान है। यह 290 5‘5’’ उत्तरी अक्षांश 750 45‘5’’ पूर्वी अक्षांश के बीच स्थित है।2 हिसार शहर जिले का मुख्यालय है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग नं0 10 पर देहली के पश्चिम में 172 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है तथा देहली से रेल मार्ग से भी जुड़ा हुआ है। हिसार हरियाणा का एक प्रमुख शहर है जिसकी कुल संख्या सन् 2001 में 263186 तथा क्षेत्रफल वर्ष 2001 में 49.43 वर्ग किलोमीटर था। यहाँ पर सैनिक छावनी, तथा सीमा सुरक्षा बल का मुख्यालय भी है।3 हिसार शिक्षा की दृष्टि से हरियाणा प्रान्त में एक प्रमुख शिक्षा केन्द्र के रूप में उभरा है। यहाँ हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय व गुरू जम्भेश्वर विश्वविद्यालय है। कृषि विश्वविद्यालय के साथ 2000 एकड़ का एक कृषि फाॅर्म जुड़ा है। हिसार में मेजर लिविंगस्टोन द्वारा सन् 1815 में निजी ऊँट व घोड़ा प्रजनन व प्रशिक्षण केन्द्र की स्थापना की। लेकिन 1883 में ब्रिटिश सरकार द्वारा इसका प्रबन्ध व नियन्त्रण अपने हाथों में लिया गया। 1912 में इसको पंजाब सरकार के अधीन कर दिया गया।4 स्वतन्त्रता प्राप्ति के बाद 1966 में हरियाणा अलग बनने पर हरियाणा सरकार के अधीन आ गया। 20वीं शताब्दी के अन्त तक हिसार में शिक्षा के क्षेत्र में काफी उन्नति की।

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दलीप कुमार (सहायक प्राध्यापक-इतिहास, एकलव्य विद्यापीठ महाविद्यालय, भादरा, हनुमानगढ, राजस्थान )