ध्यानः इस्लाम में

Pages: 514-516
शोएब हसन व तन्वंगी मणि त्रिपाठी (शोधार्थी, मनोविज्ञान विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश)

इन दिनों तनाव आधुनिक जीवन की सबसे सामान्य समस्या है। तनाव न केवल हमारे ओरों के साथ रिश्तों को प्रभावित करता है, बल्कि हमारे शरीर पर भी प्रभाव डालता है, जिसके कारण हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से रोज दो चार हो रहे है। इन सब का कारण हमारी वर्तमान जीवन शैली है। ध्यान तनाव को कम कर सुखद अनुभूति प्रदान करने का माध्यम है। प्रस्तुत शोध पत्र के माध्यम से इस्लाम में ध्यान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया है। इस्लाम में ध्यान का एक व्यापक स्थान है, जैसे-सलाह ,तस्बीह, मुराकबा, तफक्कुर, मुराबिता और सान आदि। ध्यान का केवल आध्यात्मिक लाभ नहीं है, बल्कि सांसारिक लाभ भी है। इसके द्वारा हम विभिन्न प्रकार के रोगों व समस्याओं का रचनात्मक समाधान प्राप्त कर एक बेहतर जीवन व्यतीत कर सकते हैं।

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शोएब हसन व तन्वंगी मणि त्रिपाठी (शोधार्थी, मनोविज्ञान विभाग, दी.द.उ. गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर, उत्तर प्रदेश)