महिलाआंे के मानसिक स्वास्थ्य तथा प्रतिवल के बीच सम्बन्ध का अध्ययन
Pages: 1190-1192
प्रीति पाण्डेय (मनोविज्ञान विभाग, गोकुलदास हिन्दू गल्र्स काॅलेज, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश)
आज का व्यक्ति दिन प्रतिदिन भौतिकवादी होता जा रहा है। परिणामस्वरूप पर्यावरण भी अभौतिक से भौतिक होता जा रहा है। दिन पर दिन समस्यायें अधिक होने से व्यक्ति का व्यवहार भी सरलता से जटिलता की ओर होता जा रहा है। यही कारण है कि व्यक्ति शारीरिक रोगों के साथ-साथ मानसिक रोगों से ग्रस्त होते जा रहे है। यही कारण है कि मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है जिसका कारण प्रतिबल है। प्रतिबल की स्थिति में यदि व्यक्ति हालातों का सामना कर लेता है या समायोजन कर लेता है तब उनका प्रतिबल समाप्त हो जाता है अन्यथा इसका प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। इस प्रभाव को देखने के लिए हमने यह समस्या महिलाओं के मानसिक स्वास्थ्य को मापने के लिये मेंटल हेल्थ चेक लिस्ट (प्रमोद कुमार) तथा प्रतिवल के लिय पी.एस.एल.ई (गुरमीत सिंह, दलवीर सिंह कौर तथा हरषरण) को प्रयोग किया गया। इसमें सेम्पल स्टैटिस्टिक जिसमें 50 महिलाओं को प्रतिदर्ष लिया गया जिसके मापन के लिये सहसम्बन्ध विधि का प्रयोग किया गया।
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प्रीति पाण्डेय (मनोविज्ञान विभाग, गोकुलदास हिन्दू गल्र्स काॅलेज, मुरादाबाद, उत्तर प्रदेश)